Tuesday 29 January 2013

रोशनी



देखा था फलक पर रात
जिसे रोशनी में दमकते हुए...
सुना है सूरज की रोशनी में
उस ‘चाँद’ ने दम तोड़ दिया.




रविश ‘रवि’



2 comments:

  1. वाह...
    बहुत सुन्दर.

    अनु

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  2. धन्यवाद...अनु जी..

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