Sunday 28 July 2013

जमीं का टुकड़ा



कल फिर एक मौत पर
रोटियां सेकी गयीं
सियासतदानों ने कुछ
यूँ गम गलत किया,
जो लड़ते थे,झगड़ते थे
छोटी- छोटी बात पर  
आज जमीं का ये टुकड़ा तेरा
जमीं का वो टुकड़ा मेरा किया.


रविश 'रवि'
raviishravi.blogspot.com
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